फ्रांस की मैगज़ीन चार्ली हेब्दो द्वारा पैगंबरे इस्ला’म पर छापे गए वि’वादि’ त कार्टूनों के वि’ रोध में दुनियाभर के मुस्लिम देशों ने निं’ दा की है। इस बेहद श’र्मना’ क वाकये के बाद पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर वि’ रोध प्रदर्शन किया गया। जिसमे हजारों लोग शामिल हुए और इसे इ’स्लाम की तौ’ हीन करार दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, इस हर’ कत के बाद से ही पाक में वि’ रोध शुरू हो गया था। सोमवार को पेशावर में जमीयत उलमा-ए-इस्ला’ म द्वारा एक विशाल रैली का आयोजन किया गया था, जब शहर में पार्टी इस्ला’म सम्मेलन के लिए एकत्र हुई थी। इसके हजारों समर्थकन विवा’ दित कार्टूनों पर अपना गु’ स्सा निकालते हुए सड़कों पर उतर आए।
चार्ली हेब्दो ने पिछले सप्ताह वि’ वादास्प’ द कार्टून को फिर से छापा। तुर्की ने भी बुधवार को चार्ली हेब्दो पत्रिका की इस्ला’म और पैगंबर मुहम्मद (स.अ.व) का अप’ मान करने वाले कार्टून को पुनः प्रकाशित करने के लिए क’ ड़ी निं’ दा की।
Charlie Hebdo : la colère enfle au Pakistan après la republication des caricatures de Mahomet par #CharlieHebdo. À Muzaffarabad, le drapeau français a été piétiné et brûlé aux cries de "cessez d'aboyer, chiens français !". D'autres manif. sont prévues dans le pays (Channel Five). pic.twitter.com/V5lW3jeYim
— Infos Françaises (@InfosFrancaises) September 3, 2020
एक बयान में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हामी अकोसी ने कहा कि यह कहना कि प्रेस, कला या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, मुस’लमानों के प्रति इस अप’ मान और अप’ मान का औ’चित्य साबित करना संभव नहीं है। अकोसी ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बहाने इस घ’ टना को खारिज करने के लिए फ्रांसीसी अधिकारियों, विशेष रूप से राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन का रवैया भी “अस्वी’ कार्य” है।